टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। महाराष्ट्र सरकार द्वारा उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा और पारसी होने के नाते उनका अंतिम संस्कार समुदाय द्वारा किए जाने वाले रीति-रिवाजों के अनुसार किया जाएगा।पारसी हिंदुओं और मुसलमानों के विपरीत, अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार या दफन नहीं करते हैं, और वे मानव शरीर को प्रकृति का उपहार मानते हैं, जिसे वापस करना होगा। पारसी मान्यताओं के अनुसार, दाह संस्कार या दफनाने से प्रकृति के तत्व - जल, वायु और अग्नि दूषित हो जाएंगे।
मुंबई में होगा टाटा का अंतिम संस्कार, 200 गणमान्य व्यक्ति अंतिम पारसी अनुष्ठान में शामिल होंगे
byAjay kumar Pandey
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